Has India Become 'Lynchistan?' Mob lynching in India Blogger Views
अपनों को हत्यारा बनने से रोको ! बुलंदशहर के पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या कर देने वाले न पेशेवर अपराधी थे, न लुटेरे, न डाकू ना बदमाश ! जब हालात किसी भड़की हुई भीड़ के नियंत्रण में हो तो ऐसा हो सकता है ! क्या ये भड़की हुई भीड़ मोहम्मद अख़लाक़, पहलू खाँ, ज़ाहिद रसूल भट, झारखंड के अलीमुद्दीन, गुजरात की शांता देवी नाथ, राजस्थान के खेतराम भीम और अब इंस्पेक्टर सुबोध सिंह को मारने के बाद रुक जाएगी ? आज की वर्तमान राजनीति आपके बच्चों का इस्तेमाल करेगी और आने वाले वक़्त में उनको हत्यारे में बदल देगी ! मेरी हमदर्दी पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के परिवार के साथ साथ उनको मार देने में हत्यारे बने लोगो के परिवार वालों के साथ भी है !