बुलेट ट्रैन का सपना कब होगा पूरा ?
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ अरबन अफ़ेयर्स की डेबोलीना कुंडू ने बीबीसी को बताया, "जिस धीमी रफ़्तार से प्रोजेक्ट का काम चल रहा है, मैं इसे लेकर आश्वस्त नहीं हूँ. इसके अलावा प्रोजेक्ट में नौकरशाही से जुड़ी अड़चनें भी हैं."
इस प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन के लिए ज़िम्मेदार नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन (एनएचएसआरसी) के प्रमुख अचल खरे ने बीबीसी से बातचीत में डेडलाइन को "मुश्किल" बताया लेकिन वो आशावान हैं.
एनएचएसआरसी के मुताबिक अगस्त 2022 तक सूरत और बिलिमोरिया के बीच तक का 48 किलोमीटर का रास्ता तैयार हो सकता है.
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